रायपुर । छत्तीसगढ़ में मानव तस्करी करने वाले सरगना पन्नालाल महतो को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह झारखंड और छत्तीसगढ़ के बच्चों और महिलाओं को दिल्ली ले जाकर बेचने का काम करता था। अब छत्तीसगढ़ पुलिस पन्नालाल से पूछताछ करने की तैयारी कर रही है। सीआईडी की एक टीम दिल्ली भेजी जाएगी, जो पन्नालाल के छत्तीसगढ़ कनेक्शन की पड़ताल करेगी। पुलिस मुख्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार पिछले 13 साल में प्रदेश के 65 हजार महिलाएं व बच्चे गायब हुए हैं। महिलाओं, बच्चों को दिल्ली और अन्य महानगरों में बेचने वाला गिरोह सक्रिय है, जिसकी एक कड़ी पन्नालाल से जुड़ी है।
सीआईडी के आला अधिकारियों के अनुसार मानव तस्करी से जुड़े गिरोह ग्रामीणों और पुलिस के बीच सामंजस्य बिठाकर काम कर रहे हैं। इस गिरोह को तोड़ने के लिए पुलिस, महिला बाल विकास विभाग और श्रम विभाग की एक संयुक्त टीम बनाई गई है। सीआईडी के ओएसडी पीएन तिवारी ने बताया कि नए प्लेसमेंट एक्ट के बाद अब प्रदेश के बच्चों और महिलाओं की तस्करी आसान नहीं है। पन्नालाल महतो की तलाश पुलिस को लंबे समय से थी, लेकिन वह चर्चा में नहीं था। उग्रवादी संगठन बनाने के आरोपी पूर्व मंत्री योगेंद्र साव की गिरफ्तारी दिल्ली स्थित पन्नालाल के घर से ही हुई। इसके बाद पन्नालाल महतो का नाम चर्चा में आया। उसके बाद यह बात सामने आई कि पन्नालाल महतो का संबंध कुछ दिन पहले गिरफ्तार बाबा वामदेव से भी था। बाबा बामदेव के साथ मिल कर वह मानव तस्करी का काम करता था।
जशपुर और सरगुजा में सक्रिय था गिरोह
पुलिस मुख्यालय के आला अधिकारियों के अनुसार, यह गिरोह छत्तीसगढ़ के जशपुर और सरगुजा में सक्रिय था। झारखंड की सीमा से लगा होने के कारण आरोपी गिरोह को वहीं से संचालित करते थे। ग्रामीणों के साथ नेटवर्क बनाकर ये बच्चों और महिलाओं को अपना निशाना बनाते थे। आदिवासी महिलाओं को ये महानगरों में कामकाज के लिए बेच देते थे।